शनिवार के उपाय: शनिदेव को सनातन धर्म में न्याय का देवता माना गया है, जो कर्मों के आधार पर फल प्रदान करते हैं। शनिदेव की कृपा प्राप्त करने के लिए विभिन्न उपाय बताए गए हैं जो जीवन की बाधाओं को दूर कर सकते हैं।
इन उपायों को श्रद्धा और विश्वास के साथ करने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि का वास होता है। शनिदेव के आशीर्वाद से न केवल आर्थिक स्थिति में सुधार होता है, बल्कि मानसिक शांति और संतुलन भी प्राप्त होता है। इसलिए, शनिवार के दिन इन उपायों का पालन अवश्य करें और शनिदेव की कृपा प्राप्त करें।
शनि दोष से मुक्ति के लिए उपाय:
शनिवार को शनि देव की कृपा प्राप्त करने और शनि दोष से मुक्ति के लिए शमी के पौधे की जड़ के पास काली उड़द की दाल अर्पित करना एक प्रभावी उपाय माना गया है।
शमी का पौधा शनि ग्रह से संबंधित होता है और इसके माध्यम से शनिदेव की कृपा प्राप्त की जा सकती है। अगर घर में शमी का पौधा नहीं है, तो किसी मंदिर में जाकर भी यह उपाय कर सकते हैं।
इस उपाय को करने के लिए शनिवार के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान कर लें। शमी के पौधे की जड़ के पास जाकर एक छोटा सा गड्ढा खोदें। उस गड्ढे में काली उड़द की दाल डालें और उसे मिट्टी से ढक दें। पौधे के पास खड़े होकर शनिदेव का ध्यान करें और उनसे अपनी परेशानियों से मुक्ति की प्रार्थना करें।
इस उपाय से कर्ज की समस्या से छुटकारा मिलता है। शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या की परेशानी दूर होती है। आर्थिक स्थिति में सुधार होता है।
बीमारियों और आर्थिक तंगी से मुक्ति के लिए उपाय:
शनिवार के दिन काले तिल का दान करना बहुत ही ज़्यादा लाभकारी माना गया है। यह उपाय न केवल आर्थिक समस्याओं से मुक्ति दिलाता है बल्कि विभिन्न बीमारियों से भी रक्षा करता है।
इस उपाय को करने के लिए शनिवार के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान कर लें। काले तिल लें और उन्हें एक साफ बर्तन में रखें। किसी मंदिर में जाकर या किसी जरूरतमंद व्यक्ति को ये तिल दान करें। दान करते समय मन में शनिदेव का ध्यान करें और उनसे कृपा की प्रार्थना करें।
इस उपाय को करने से सभी प्रकार की बीमारियों से छुटकारा मिलता है। आर्थिक स्थिति में सुधार होता है। शनि की ढैय्या के प्रभाव से बचाव होता है।
शनि दोष और साढ़ेसाती से मुक्ति का उपाय:
सरसों के तेल में सिक्का डालकर दान करने का उपाय शनि दोष और साढ़ेसाती से मुक्ति दिलाने में प्रभावी माना गया है।
इस उपाय को अगर आप करना चाहते हैं तो, शनिवार के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान कर लें। एक कटोरी में सरसों का तेल लें और उसमें एक रुपये का सिक्का डालें। उस कटोरी में अपना चेहरा देखने की कोशिश करें। इसके बाद उस तेल को सिक्के समेत किसी मंदिर में या जरूरत-मंद व्यक्ति को दान कर दें।
इस उपाय से शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या का अशुभ प्रभाव कम होता है। रुके हुए कामों में सफलता मिलती है। जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।
ग्रह दोषों की शांति और शनिदेव की कृपा का उपाय:
शनिवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करना अत्यंत फलदायी माना गया है। यह उपाय ग्रह दोषों को शांत करता है और हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने का माध्यम बनता है, जिससे शनिदेव भी प्रसन्न होते हैं।
इस उपाय को करने के लिए शनिवार के दिन स्नान कर लें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। हनुमान जी की मूर्ति या चित्र के सामने दीपक जलाएं।
हनुमान चालीसा का पाठ करें। अगर संभव हो तो 11 बार पाठ करें, अन्यथा कम से कम एक बार अवश्य करें। पाठ के बाद हनुमान जी को भोग अर्पित करें जैसे लड्डू या गुड़ चना। हनुमान जी और शनिदेव से अपनी समस्याओं के समाधान और कृपा की प्रार्थना करें।
ऐसा करने से ग्रह दोषों से मुक्ति मिलती है। हनुमान जी की कृपा से साहस और शक्ति मिलती है। शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है जिससे जीवन की बाधाएं दूर होती हैं।
शनिदेव की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए उपाय:
हिंदू धर्म में पीपल के पेड़ को अत्यंत पूजनीय माना गया है। शनिवार के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करने से शनिदेव अत्यंत प्रसन्न होते हैं और अपनी कृपा बरसाते हैं।
इस उपाय को करने के लिए, शनिवार के दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान कर लें। पीपल के पेड़ के पास जाकर साफ जगह पर खड़े हों।
जल लेकर पीपल के पेड़ की जड़ में अर्पित करें। सरसों का तेल लेकर दीपक जलाएं और उसे पीपल के पेड़ के पास रखें।
धूपबत्ती जलाकर पीपल के पेड़ के चारों ओर घूमें और उसकी परिक्रमा करें। पीपल के पेड़ के सामने खड़े होकर शनिदेव से कृपा की प्रार्थना करें और अपनी समस्याओं के समाधान की विनती करें।
इस उपाय को करने से, शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है। जीवन की समस्याएं और बाधाएं दूर होती हैं। आर्थिक स्थिति में सुधार होता है। मानसिक शांति और संतुलन प्राप्त होता है।
निष्कर्ष:
शनिदेव की कृपा प्राप्त करने के लिए शनिवार के दिन इन उपायों का पालन करना अत्यंत लाभकारी माना गया है। शमी के पौधे की जड़ के पास काली उड़द की दाल अर्पित करने से कर्ज की समस्या से छुटकारा मिलता है। काले तिल का दान करने से बीमारियों और आर्थिक तंगी से मुक्ति मिलती है।
सरसों के तेल में सिक्का डालकर दान करने से शनि दोष और साढ़ेसाती के प्रभाव से मुक्ति मिलती है। हनुमान चालीसा का पाठ करने से ग्रह दोष शांत होते हैं और हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है, जिससे शनिदेव भी प्रसन्न होते हैं।
पीपल के पेड़ की पूजा करने से शनिदेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है और जीवन की समस्याएं दूर होती हैं। इन उपायों को श्रद्धा और विश्वास के साथ करने से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं।
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